मेरे लिए जीवन का सबसे महत्वपूर्ण दिवस है २० नवम्बर। आज से अठाइश साल पहले मेरा जन्म हुआ था। उस दौर में देश परिवर्तन की बयार में थी। आज भी वो दौर जारी है। तब जिंदगी इतना हाई टेक नहीं था। पहली बार मेरे जन्म की खुशी में मेरे दादा ने घर में चापाकल लगवाया था। तब दादा गाँव में बीडी कंपनी चलाते थे। कम पढ़े लिखे होने के बाद भी ये उनकी मेहनत ही था जो बीडी मजदूर से ऊपर उठा दिया... आज भी उनके व्यवहार और उनके मेहनत को दादा के समीप रहने वाले दाद देते है। मेरे पैदा होने पर घर में विकास और परिवर्तन के नाम पर चापाकल लगा और परिवार वालों को कुआ से पानी खींचने से छुटकारा मिल गया।
देश में भी स्वार्थ से वशीभूत राजनीति के कारन जनता पार्टी की सरकार अल्पमत में आई और देश को क्षुद्रता के कारण मध्यवर्ती चुनाव का दंश झेलना पड़ा। इंदिरा गाँधी सशक्त और परिपक्व प्रधान मंत्री के रूप में उभरी। धर्मान्धों ने उन्हें जीने नही दिया।
आज भी परिवर्तन और विकास की सख्त जरुरत है, मुझे लोगों का प्यार, दुलार और मार्गदर्शन की आवश्यकता है। मेरे सारे सहयोगी मित्र, कुटुंब और समाज सभी धन्यबाद के पात्र है जिन्होंने मुझे इस मुकाम तक पहुँचने में मदद की है। आगे भी मदद करते रहेंगे यही सुधीजनों से आशा है।
अनजानवश भी किसी का दिल मेरे कारण दुखी हुआ है तो मैं प्रार्थी हूँ...