Tuesday, October 27

एक चेहरा

एक चेहरा
इस कदर
बस गया है।

मेरी आंखों में
अब आइना भी
इज़हार करता है।
- दीपक राजा

5 comments:

दिगम्बर नासवा said...

अब आइना भी
इज़हार करता है...

बहुत खूब ........ लाजवाब ख्याल है जिन्हें शब्दों में उतारा है ......

अजय कुमार said...

आईना भी इज़हार करता है , तो अजय भी इरशाद कहता है
मुबारक हो

M VERMA said...

कही आईने को प्यार न हो जाये.
बहुत सुन्दर लिखा है.

DEEPAK said...

MUJHE PATA HAI AAINE ME KISKEE TASVEER BLOGGER MAHODAY KO DIKHTI HOGEE? LOGON KO BATA DOON KYA???

Mishra Pankaj said...

भाई वाह बहुत सुन्दर लेख बधाई