किसी भी देश के आर्थिक विकास में बैंकिंग सेक्टर की भूमिका अहम है, इसीलिए यह सेक्टर अरसे से लोगों को लुभाता रहा है। जो अभ्यर्थी भारतीय स्टेट बैंक पीओ के लिए आवेदन नहीं कर सके, उनके लिए एसबीआई की सहयोगी बैंकों ने प्रोबेशनरी ऑफिसर के पांच हजार पदों के लिए आवेदन आमंत्रित किये हैं। देश के आर्थिक विकास में महती भूमिका निभाने के इच्छुक युवाओं को एसबीआई एसोसिएट बैंक एक अवसर प्रदान कर रहा है। करियर के लिहाज से यह सुरक्षित विकल्प तो है ही, बैंक मैनेजर के रूप में भी आर्थिक रूप से पिछड़े तबके को संपन्न बनाने में भी योगदान कर सामाजिक दायित्वों का निर्वहन भी किया जा सकता है
आवेदन करने की आखिरी तारिख : 25 जून परीक्षा : 7 अगस्त 2011 को प्रस्तावित
चयन प्रक्रिया
चयन प्रक्रिया दो चरण में है। पहले चरण में लिखित परीक्षा और दूसरे चरण में ग्रुप डिस्कशन और इंटरव्यू है। पहले चरण में उत्तीर्ण होने के बाद ही दूसरे चरण के लिए बुलाया जाएगा। दोनों चरणों में उत्तीर्णाक प्राप्त करने वाले अभ्यर्थियों की कैटेगरी के अनुसार मेधा सूची बनाई जाएगी। मेधा अंकों के आधार पर एबीआई के एसोसिएट बैंकों में नियुक्ति दी जाएगी।
पहला चरण : लिखित परीक्षा
ढाई सौ अंकों की संयुक्त रूप से लिखित परीक्षा के लिए तीन घंटे का समय निर्धारित किया गया है। इसमें दो सौ अंकों के ऑब्जेक्टिव और पचास अंकों के डिसक्रिप्टिव टाइप के प्रश्न पूछे जाएंगे। ऑब्जेक्टिव टाइप प्रश्नों में टेस्ट ऑफ इंग्लिश लैंग्वेज के तहत इंग्लिश ग्रामर, शब्द भंडार और कॉम्प्रिहेंशन के अलावा टेस्ट ऑफ जनरल अवेयरनेस के तहत सामान्य ज्ञान, मार्केटिंग और कम्प्यूटर्स, डाटा एनालिसिस एंड इंटरप्रिटेशन, रीजनिंग के प्रश्न होंगे। इसके लिए दो घंटे का समय निर्धारित है।डिसक्रिप्टिव टाइप प्रश्नों में इं ग्लिश लैंग्वेज को परखा जाएगा। इसके तहत कॉम्प्रिहेंशन, शॉर्ट प्रेसी (संक्षेपण), लेटर राइटिंग और निबंध से सं बंधित प्रश्न पूछे जाएंगे। इसके लिए एक घंटे का समय निर्धारित है। ऑब्जेक्टिव टाइप परीक्षा में कम से कम 40 फीसद यानी 80 अंक लाना जरूरी है। जो अभ्यर्थी इससे कम अंक पाएंगे, उनकी डिसक्रिप्टिव परीक्षा की कॉपी की जांच नहीं की जाएगी। डिसक्रिप्टिव परीक्षा में भी उत्तीर्ण होने के लिए कम से कम 40 फीसद अंक लाना अनिवार्य है। एससी, एसटी और विकलांगों के लिए पां च फीसद की रियायत दी गई है। लिखित परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर मेधावी सूची बनाई जाती है। उसके आधार पर प्रत्येक कोटे के रिक्त पदों की सं ख्या के तीन गुणो अभ्यर्थि यों को ग्रुप डिस्कशन और इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है।
दूसरा चरण : ग्रु प डिस्कशन और इंटरव्यू
ग्रुप डिस्कशन यानी सामूहिक वार्तालाप के माध्यम से किसी एक टॉपिक पर अभ्यर्थी के विचार जानने की कोशिश की जाती है। इसके माध्यम से बोलने का तरीका, शारीरिक हाव-भाव को परखा जाता है। इसमें चार या पांच अभ्यर्थियों का ग्रुप होता है। ग्रुप डिस्कशन में बेहतर करने के लिए जरूरी है कि पहले विषय को अच्छी तरह समझें। ग्रुप के अन्य अभ्यर्थी जो उत्तर दे रहे हैं, उससे अलग और तार्किक उत्तर देने की कोशिश करें। विषय भटकाव से बचें। इंटरव्यू के माध्यम से अभ्यर्थी के व्यक्तित्व को परखा जाता है। ग्रुप डिस्कशन के लिए बीस और इंटरव्यू के लिए तीस अंक निर्धारित किये गये हैं। पचास अंकों का ग्रुप डिस्कशन और इंटरव्यू में अभ्यर्थियों को न्यूनतम 40 फीसद अंक लाना अनिवार्य है जबकि एससी, एसटी और विकलांगों के लिए 35 फीसद।
रणनीति
- प्रश्नों के पैटर्न को समझने के लिए बैंकों में पूछे गए दस वर्षो के प्रश्नों को हल करने की कोशिश करें।
- प्रत्येक प्रश्नों की प्रकृति अलग- अलग होती है, अभ्यास करते समय यह ध्यान रखना जरूरी है। ऑब्जेक्टिव टाइप प्रश्नों को तेजी और शुद्धता से हल करना होता है। इसके लिए नियमित अभ्यास जरूरी है।
- ऑब्जेक्टिव टाइप परीक्षा के सभी खंडों पर बराबर ध्यान देना जरूरी है।
- पढ़ने के लिए समय को सामान्य ज्ञान, विज्ञान और मैथ के लिए अलग-अलग भागों में बांटकर रुटीन बनाएं।
- लिखित परीक्षा में सामान्य ज्ञान और दैनिक विज्ञान की तैयारी के लिए प्रतियोगिता पत्रिकाओं को नियमित पढ़ें।
- अभ्यर्थी अगर बारहवीं तक की एनसीईआरटी की पुस्तकों को रिवाइज कर ले तो सामान्य ज्ञान और विज्ञान के प्रश्नों को हल करना काफी सुविधाजनक हो जाएगा।
- रीजनिंग और न्यूमेरिकल के लिए विसनीय पुस्तक पढ़ने के साथ-साथ पत्रिकाओं की मदद से प्रैक्टिस सेट बनाएं।
- अंग्रेजी की तैयारी के लिए ग्रामर, सिनोनिम्स और एंटोनिम्स पढ़ना जरूरी है।
दीपक राजा