Thursday, November 15

आईटीबीपी : रक्षा व रोमांच से जुड़ी जीविका




 अभी अक्टूबर में इंडो-तिब्बतन बॉर्डर पुलिस (आईटीबीपी) का 50वां स्थापना दिवस मनाया गया। यह संख्या बल के आधार पर देश की सबसे छोटी फोर्स है। इसका गठन 24 अक्टूबर 1962 को भारत-चीन युद्ध (1962) के बाद किया गया था। इसका गठन मुख्य रूप से भारत- चीन सीमा पर सीमापार से अवांछनीय घु सपैठ, तस्करी को रोकना, सीमा की निगरानी करना, देश की उत्तरी सीमा पर अतिक्रमण का पता लगाकर उसकी रोकथाम करने के अलावा स्थानीय लोगों में सुरक्षा भावना मजबूत करना है। लद्दाख के कराकोरम र्दे से लेकर अरुणाचल प्रदेश के दिफू ला तक की तीन हजार चार सौ अठ्ठासी किमी लंबी सीमा की रक्षा की जिम्मेदारी आईटीबीपी के पास है। भारत-चीन पश्चिमी, मध्य और पूर्वी सेक्टरों में नौ हजार से अट्ठारह हजार पांच सौ फुट की ऊंचाई पर तैनात आईटीबीपी के जवानों को शून्य से चालीस डिग्री सेंटीग्रेट नीचे के तापमान पर भी डय़ूटी निभानी पड़ती है। बाहरी आक्रमणों से देश की सीमाओं की सुरक्षा, सीमाओं पर घुसपैठ रोकने की जिम्मेदारी डिफेंस सर्विसेज की होती है।

यदि आप देश की रक्षा में अपना सहयोग देना चाहते हैं तो आप इंडो -तिब्बतन बॉर्डर पुलिस (आईटीबीपी) से जुड़ सकते हैं। इस पुलिस फोर्स में सहायक पुलिस निरीक्षक (स्टेनोग्राफर) के पद पर कार्य करने की इच्छा रखने वाले अभ्यर्थियों के लिए आवेदन की प्रक्रिया शुरू है जिसकी आखिरी तारीख 14 दिसम्बर 2012 है। अभ्यर्थी की उम्र 18 से 25 वर्ष होनी चाहिए

योग्यता
इच्छुक उम्मीदवार के पास किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड या विश्वविद्यालय से इंटरमीडिएट का सर्टिफिकेट गहोना चाहिए। इसके अलावा, उम्मीदवार को हिन्दी या अंग्रेजी भाषा में शॉर्टहेंड राइटिंग के साथ- साथ कम्प्यूटर पर टाइपिंग आना जरूरी है। उम्मीदवार से कम्प्यूटर के बेसिक नॉलेज की अपेक्षा की जाती है।

चयन-प्रक्रिया 
 चयन-प्रक्रिया तीन चरणों में है। पहले चरण में उम्मीदवार की शारीरिक दक्षता और प्रमाणपत्रों की जांच होगी। दूसरे चरण में लिखित परीक्षा और तीसरे चरण में स्किल टेस्ट के तहत शॉर्टहेंड और टाइपिंग स्पीड को परखा जाता है। इसके बाद, मेरिट के आधार पर सफल उम्मीदवारों की लिस्ट जारी होती है, जिन्हें एएसआई (स्टेनो) के पद में रखा जाएगा।

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