Tuesday, September 4

अनाज भंडारण से जुड़ने के मौके

अनाज भंडारण से जुड़ने के मौके

भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) की स्थापना अनाज भंडारण के लिए की गई है। सार्वजनिक वितरण पण्राली के लिए खाद्यान्नों तथा राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भंडारण और किसानों के लिए प्रभावी समर्थन मूल्य की व्यवस्था करने की जिम्मेदारी इसी पर है। इसके सामान्य, लेखा, तकनीकी और डिपो डिपार्टमेंट के लिए जुड़ना मायने रखता है। सहायक ग्रेड-थ्री के लिए 6,545 पदों की बहाली के लिए खाद्य निगम संयुक्त परीक्षा आयोजित कर रहा है

शैक्षिक योग्यता 
सामान्य सहायक और डिपो सहायक के लिए स्नातक होना जरूरी है। लेखा सहायक के लिए आवेदन करने वाले अभ्यर्थी के पास बी.कॉम की डिग्री होनी चाहिए, जबकि तकनीकी सहायक पद के लिए आवे दन करने वाले अभ्यर्थी को एग्रीकल्चर, बॉटनी, जूलोजी, बॉयोटेक्नोलॉजी, बॉयोकेमेस्ट्री, माइक्रो-बॉयोलॉजी, फूड साइंस विषयों से बीएससी उत्तीर्ण होना चाहिए। फूड साइंस, फूड साइंस एंड टेक्नोलॉजी, एग्रीकल्चरल इंजीनियरिंग, बॉयोटेक्नोलॉजी विषय से बीटेक या बीई करने वाले विद्यार्थी भी तकनीकी सहायक पद के लिए आवेदन कर सकते हैं।

चयन प्रक्रिया
सहायक ग्रेड-थ्री की भर्ती प्रक्रिया तीन चरणों में होगी। पहले चरण में पेपर एक की लिखित परीक्षा है। पेपर एक के तहत ऑब्जेक्टिव टाइप के 200 सवाल पूछे जाएंगे। दूसरे चरण में शॉर्ट लिस्टेड अभ्यर्थी ही परीक्षा देंगे। इसमें भी प्रश्न ऑब्जेक्टिव टाइप के ही होंगे। इसमें क्वांटिटेटिव (गणित) और इंग्लिश लैग्वेज और कॉम्प्रेहेन्शन से सवाल पूछे जाएंगे। तकनीकी सहायक के अभ्यर्थी को पेपर दो की जगह पेपर तीन की परीक्षा देनी होगी। इसमें भी ऑब्जेक्टिव प्रश्न होंगे। एक-एक अंक के दो सौ प्रश्न बॉयोलॉजिकल साइंस से जुड़े प्रश्न होंगे। तीसरे चरण के तहत सहायक ग्रेड-थ्री के सभी पदों के लिए आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों को कम्प्यूटर प्रोफिशिएंसी टेस्ट (सीपीटी) की परीक्षा देनी होगी। यह क्वालिफाइंग नेचर की परीक्षा है। फाइनल सलेक्शन फाइनल सलेक्शन पेपर एक और पेपर दो के प्राप्तांकों को जोड़कर होगा। केवल तकनीकी सहायक के लिए पेपर एक और पेपर तीन के प्राप्तांकों को जोड़कर अंतिम चयन किया जाएगा। सिलेबस पेपर वन और पेपर दो का सिलेबस हायर सेकेंडरी लेबल का है जबकि पेपर थ्री का लेवल ग्रेजुएट स्तर का होगा।

पहले पेपर में अधिक अंक लाने के लिए जनरल इंटेलिजेंस के अंतर्गत रिलेशनशिप कॉन्सेप्ट, समानता और अंतर, समस्या का समाधान, मूल्यांकन, निर्णय क्षमता, चित्रों का वर्गीकरण जैसे वर्बल, कोडिंग और डिकोडिंग, वाक्यनि ष्कर्ष इत्यादि पर अपनी पकड़ मजबूत करनी होगी। अंग्रेजी मजबूत करने के लिए इंग्लिश वोकेबलरी, ग्रामर, सेंटेंस स्ट्रक्चर, सिनोनिम्स, एंटोनिम्स और अंग्रेजी में राइटिंग स्किल पर ध्यान देना होगा। क्वांटिटेटिव एप्टीटय़ूड से संबंधित प्रश्नों का उत्तर आप तभी दे पाएंगे जब अर्थमैटिक,
अल्जेब्रा, ज्योमैट्री, मेनसुरेशन, ट्रिग्नोमेट्री, स्टेटिस्टिकल चार्ट्स आदि पर आपकी पकड़ मजबूत रहेगी। जनरल अवेयरनेस की तैयारी के लिए आपको करेंट इंवेट के साथ भारत तथा इसके पड़ोसी देशों के खेल, इतिहास, संस्कृति, भूगोल, राजनीति, साइंटिफिक रिसर्च, भारतीय संविधान इत्यादि से संबंधित ज्ञान होना चाहिए। दूसरे पेपर के लिए आपको दसवीं और बारहवीं स्तर के गणितीय सवालों और अंग्रेजी पर पकड़ मजबूत करना होगा।

कैसे करें तैयारी
  • ऑब्जेक्टिव टाइप प्रश्नों के लिए टाइम मैनेजमेंट जरूरी है। इसलिए इसको तैयार करते वक्त शुरू से समय का ध्यान रखें। जितनी ज्यादा आप प्रैक्टिस करेंगे, परीक्षा के दौरान आपको उतना ही फायदा होगा। 
  • परीक्षा में सबसे पहले उन्हीं प्रश्नों को हल करें, जिनका उत्तर आप अच्छी तरह से जानते हैं। यदि आप किसी प्रश्न में उलझे तो काफी समय बर्बाद होगा। जिनके जवाब जानते होंगे, उनके भी जवाब नहीं दे पाएंगे। 
  • जनरल इंटेलिजेंस एवं न्यूमेरिकल एप्टीट्यूड, अंग्रेजी और जनरल अवेयरनेस की अपेक्षा अधिक समय लेते हैं। इस कारण परीक्षा के दौरान कोशिश होनी चाहिए कि अंग्रेजी और जनरल अवेयरनेस को कम समय दें।
  • करेंट अफेयर्स की तैयारी हमेशा करें। यदि सिर्फ एक घंटे इसको देंगे तो रोज नई घटनाओं या खेलों से अवगत होते रहेंगे और परीक्षा तक तैयारी हो जाएगी। 
  • स्तरीय पत्र-पत्रिकाओं की मदद से राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय, आर्थिक, खेल गतिविधियों एवं पुरस्कार, चर्चित व्यक्ति, आदि का नियमित अध्ययन करें। 
  • एनसीईआरटी की पुस्तकों से भारतीय इतिहास, संस्कृति, राज्य व्यवस्था, भूगोल, अर्थव्यवस्था आदि को पढ़ें और अपना बेसिक मजबूत करें। 
  • तर्कशक्ति पर आधारित अभ्यास प्रश्नपत्रों को ज्यादा से ज्यादा हल करने की प्रैक्टिस करें। प्रश्नों को तेज गति से हल करने की क्षमता में वृद्धि होगी। 
  • मैथ्स की तैयारी के लिए हायर सेकेंडरी स्तर की किताबों की सहायता से विभिन्न टाइप के सवालों को समझें। उन्हें तेजी से और सही-सही हल करने की तकनीक विकसित करें।

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