यदि आपको बच्चों से लगाव है और उन्हें आप पढ़ाना चाहते हैं तो शिक्षक बनकर अपनी इस इच्छा को पूरी कर सकते हैं। शिक्षकों को हर युग में आदर के साथ देखा गया है और किसी भी बच्चे पर उसके शिक्षक का काफी प्रभाव होता है। हालांकि ब्लॉक स्तर से लेकर केंद्र सरकार के स्तर तक स्कूल संचालित किये जाते हैं। इन स्कूलों में शिक्षक बनने के लिए अब चयन प्रक्रिया अपनाई जाने लगी है और संबंधित परीक्षा पास करने के बाद ही शिक्षक बना जा सकता है
केंद्र सरकार के अधीनस्थ विद्यालयों में शिक्षक बनने की राह खोलने वाली सेंट्रल टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट (सीटीईटी) 2012 के लिए सीबीएसई ने ऑनलाइन आवेदन मांगे हैं। सीबीएसई और सीटीईटी की वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है। इस परीक्षा में उत्तीर्ण होने वाले अभ्यर्थियों को स्कोर कार्ड के साथ प्रमाणपत्र दिया जाएगा, उसकी मान्यता सात साल रहेगी। इस प्रमाणपत्र के आधार पर केंद्रीय विद्यालय, नवोदय विद्यालय, केंद्रीय तिब्बत विद्यालय के अलावा केंद्र शासित प्रदेश के अधीनस्थ स्कूलों में रिक्त शिक्षक पदों को भरा जाएगा यानी इन स्कूलों में सीटीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की ही शिक्षक के पदों पर नियुक्ति होगी।
परीक्षा शुल्क
सीटीईटी में दो प्रश्नपत्र है। एक पेपर की परीक्षा देने के लिए सामान्य वर्ग और ओबीसी को पांच सौ रुपए जबकि एससी, एसटी और विकलांगों के लिए 250 रुपए का ड्राफ्ट जमा करना होगा। दोनों पेपर की परीक्षा देने के लिए सामान्य वर्ग और ओबीसी को आठ सौ रुपए जबकि अन्य के लिए 400 रुपए का ड्रफ्ट देना होगा। ड्राफ्ट राष्ट्रीकृत बैंक का होना चाहिए। ड्राफ्ट सचिव, केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के नाम से बनेगा और भुगतान दिल्ली में होगा।
शैक्षिक योग्यता पहले पेपर के लिए बारहवीं उत्तीर्ण के साथ दो साल का शिक्षा में डिप्लोमा होना जरूरी है जबकि दूसरे पेपर के लिए स्नातक उत्तीर्ण के साथ दो साथ का शिक्षा में डिप्लोमा या एक वर्षीय बीएड की डिग्री अनिवार्य है।
परीक्षा देश के विभिन्न प्रदेशों के 88 जिलों में 18 नवंबर 2012 को दो पाली में परीक्षा आयोजित होगी। पहले पेपर की परीक्षा पहली पाली में 10.30 से 12 बजे तक और दूसरे पेपर की परीक्षा दूसरी पाली में 1.30 से तीन बजे तक होगी। परीक्षा का माध्यम हिंदी या अंग्रेजी है। कम से कम साठ फीसद सही उत्तर देने वाले अभ्यर्थियों को प्रमाणपत्र दिया जाता है। यह प्रमाणपत्र सात साल के लिए मान्य रहेगा।
परीक्षा पाठय़क्रम
सीटीईटी की परीक्षा में दो पेपर है। पहला पेपर उन उम्मीदवारों के लिए है, जो प्राइमरी लेवल पर एक से पांचवीं कक्षा तक के बच्चों को पढ़ाना चाहते हैं, जबकि दूसरा पेपर छह से आठवीं कक्षा तक के बच्चों को पढ़ाने का सर्टिफिकेट प्रदान करता है। उम्मीदवार चाहें तो दोनों पेपरों के लिए आवेदन कर सकते हैं। दो नों ही पेपरों में पूछे जाने वाले प्रश्न वस्तुनिष्ठ टाइप होंगे तथा डेढ़ घंटे का समय निर्धारित होगा। दोनों पेपरों में 150 प्रश्न पूछे जाएंगे। दोनों पेपरों के लिए निर्धारित अंक 150-150 अंक है। पहले पेपर में पांच सेक्शन हैं और सभी सेक्शन के अंक बराबर हैं। इन सेक्शनों में बाल विकास एवं म्ा न्ााे िव्ा ™ाा न्ा , लैंग्वेज एक व दो (हिंदी व अंग्रेजी), गणित, पर्यावरणीय अध्ययन शामिल है। दूसरा पेपर सेक्शन और अंक विभाजन के रूप में पहले से थोड़ा अलग है। इसमें चार सेक्शन हैं। तीन सेक्शन बाल विकास एवं मनोविज्ञान (अनिवार्य), लैंग्वेज एक व दो (अनिवार्य) के लिए तीस-तीस अंक निर्धारित है जबकि चौथे सेक्शन के लिए 60 अंक निर्धारित हैं। चौथे सेक्शन के प्रश्न आर्ट और साइंस विषय के शिक्षकों के लिए अलग-अलग हैं।
बाल विकास एवं मनोविज्ञान
इसके तहत छह से ग्यारह साल तक बच्चों को पढ़ाने और सीखने की क्षमता पर आधारित प्रश्न होते हैं। इसमें मुख्य रूप से बच्चों में क्रमबद्ध विकास, विकास के लिए आवश्यक चीजें, शैक्षिक मनोविज्ञान, भाषा एवं विचार, तार्किक शक्ति तथा सामाजिक संरचना आदि पर आधारित प्रश्न पूछे जाते हैं।
लैंग्वेज एक व दो
लैंग्वेज एक का नेचर चुने गए माध्यम पर निर्भर करता है। इसमें मुख्यत: पैसेज, ड्रामा, ग्रामर, वर्बल एबिलिटी के प्रश्न होते हैं जबकि लैं ग्वेज दो में इसके एलिमेंट, कम्युनिकेशन एवं कॉम्प्रिेहेंशन के प्रश्न होते हैं। शिक्षा पर आधारित प्रश्न भी होंगे।
गणित व पर्यावरण
गणित के प्रश्नों में औसत, लाभ-हानि, प्रतिशत, लघुत्तम व महत्तम समापवर्त क, चक्रवृ द्धि ब्याज, साधारण ब्याज, त्रिकोणमिति, सांख्यिकी आदि होते हैं, जबकि पर्यावरण अध्ययन में उसके सिद्धांत, पढ़ाई के तरीके तथा विभिन्न गतिविधियों पर फोकस किया जाता है।
सामाजिक विज्ञान/सामान्य अध्ययन
समस्या निर्धारण, कौशल, सामाजिक सरोकारों से जुड़े प्रश्नों के अलावा इतिहास, भूगोल, संविधान से संबंधित प्रश्न होंगे। कुछ प्रश्न करेंट अफेयर्स से भी पूछे जाते हैं।
तैयारी के टिप्स प्रश्नों को हल करते समय स्पीड पर ध्यान रखें क्योंकि परीक्षा में 150 प्रश्नों के लिए मात्र 90 मिनट का समय दिया जाता है। इसमें निगेटिव मार्किग नहीं है, इसलिए अधिक से अधिक प्रश्नों को हल करने का प्रयास करें। परीक्षा का स्तर अधिक से अधिक बारहवीं के समकक्ष होगा। मैथ्स के बेसिक क्लीयर रखें, जरूरी लगे तो एक बार नौवीं और दसवीं के मैथ्स का अभ्यास कर लें। भाषा पर पकड़ और कौशल के लिए ग्रामर आदि पर ध्यान हो ना चाहिए। रीजनिंग पर विशेष ध्यान रखने की जरूरत है। बारहवीं तक की एनसीईआरटी पुस्तकें परीक्षा में राम बाण साबित होंगी।
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